न्याय के देवता महासू Spiritual by TeamYouthuttarakhand - June 8, 2020April 13, 2021 न्याय के देवता महासू का संबंध देहरादून जिले के जनजातीय क्षेत्र जौनसार बावर से है, जिनका मुख्य मंदिर हनोल में पड़ता है। मिश्रित स्थापत्य शैली के इस मंदिर का निर्माण नवीं सदी में हुआ माना जाता है। कहते हैं कि पांडवों ने भी माता #कुंती के साथ कुछ वक्त इसी
सेम मुखेम 5वॉ धाम टिहरी गढ़वाल Spiritual by TeamYouthuttarakhand - May 28, 2020May 28, 2020 सेम मुखेम 5वॉ धाम प्राकृतिक सौंदर्य के बीच बसा ये धाम अपने अंदर बहुत सी सक्तियाँ समेटे हुये है सड़क से लगभग 2 3 किलोमीटर की चढ़ाई के बाद इस धाम के दर्शन होते है श्रद्धालु इस सेम नागराज के नाम से भी जानते है सेममुखेम नागराज उत्तराखण्ड के टिहरी गढ़वाल
शक्ति सिद्धपीठ श्री कालीमठ मंदिर Spiritual by TeamYouthuttarakhand - May 28, 2020May 28, 2020 देवभूमि उत्तराखंड के #रुद्रप्रयाग जिले के केदारनाथ की चोटियों से घिरा हिमालय में सरस्वती नदी के किनारे स्थित प्रसिद्ध शक्ति सिद्धपीठ श्री_कालीमठ मंदिर स्थित है | यह मंदिर समुन्द्रतल से 1463 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है | कालीमठ मंदिर रुद्रप्रयाग जिले के प्रमुख पर्यटक स्थलों में से एक है
विष्णुप्रयाग Spiritual by TeamYouthuttarakhand - May 25, 2020May 25, 2020 देवभूमि उत्तराखंड के प्रसिद्ध पंचप्रयागों और प्रमुख तीर्थ स्थलों में से एक है पावन धाम विष्णु प्रयाग। यह भारत के प्रसिद्ध संगम स्थलों में से एक है। यह समुद्र तल से 1372 मी की ऊँचाई पर स्थित है | “विष्णुप्रयाग” विष्णुगंगा (धौली गंगा) तथा अलकनंदा नदियों के संगम पर स्थित है। अलकनंदा का उद्गम स्थल “सतोपंथ”
गोपेश्वर धाम गोपीनाथ मंदिर चमोली Spiritual by TeamYouthuttarakhand - May 25, 2020May 30, 2020 गोपीनाथ मंदिर भगवान शिव को समर्पित मंदिर है जो भारत के उत्तराखण्ड राज्य के चमोली जिले के गोपेश्वर में स्थित है।यह मंदिर, कत्यूरी शासन काल में 9 वीं से 11 वीं शताब्दी के बीच बनाया गया था । भगवान शिव को समर्पित यह धाम भारत के प्रमुख रमणीय स्थलों मे से
उत्तराखंड का स्वादिष्ट फल तिमला Social by TeamYouthuttarakhand - May 4, 2020May 4, 2020 पहाड़ी क्षेत्रों देवभूमि उत्तराखंड में पाये जाने वाले पोष्टिक एवं औषधीय गुणों से भरपूर एक फल के जिसे उत्तराखंड में तिमला कहते है। वैसे तो उत्तराखण्ड में बहुत सारे बहुमूल्य जंगली फल बहुतायत मात्रा में पाये जाते हैं जिनको स्थानीय लोग, पर्यटक तथा चारावाह बडे चाव से खाते हैं, जो पोष्टिक एवं
सहजधारी सिख नेगी story Story Historical by TeamYouthuttarakhand - May 4, 2020May 7, 2020 रीठाखाल, पौड़ी गढ़वाल के बगल में एक रमणीक गांव है- बिजोली। वहाँ विना पगड़ी वाले, जिनको सहजधारी सिख कहते हैं, उन लोगों के परिवार रहते हैं। वे नेगी लोग मुण्डन(सिर के बाल कटवाने) के अतिरिक्त हिन्दू धर्म के अनुसार ही अपने शेष सभी पंद्रह संस्कार करते हैं। बिजोली गांव के ऊपर
यमकेश्वर महादेव मंदिर Spiritual by TeamYouthuttarakhand - April 28, 2020April 30, 2020 जय यमकेश्वर महादेव 🚩 यमकेश्वर महादेव के नाम से भगवान शिव का अत्यंत प्राचीन मंदिर है यमकेश्वर मंदिर के निकट का टीला जो पीपल के पते के सवरूप भी एक प्रकिर्तिक शिवलिंग के सामान है जिसके चारो और जल रहता है इस मंदिर का एक चमत्कार हैं जिस किसी दम्पति का संतान नहीं होता
धरती पर स्वर्गलोक पांडव-खोली story Story Historical by TeamYouthuttarakhand - April 21, 2020April 21, 2020 द्वाराहाट ( अल्मोडा़ ) से 25 km आगे है ये विस्मरणीय स्थल ।। जहा़ 4 km की चडा़ई है और अंत मे आता है एक विहंगम दृश्य जो कठिन रास्ते की थकान को पल मे गायब कर देता है ।।।महाभारत कालीन घटनाओं से जुड़े समुद्रतल से 8800 फुट की ऊंचाई
उत्तराखंडी के प्रमुख पारंपरिक आभूषण Culture by TeamYouthuttarakhand - April 17, 2020April 17, 2020 उत्तराखंड के प्रचलित प्रमुख आभूषण जो अलग पहचान से संस्कृति की झलक बताते है।सोने के ये पारंपरिक आभूषण आज भी उत्तराखंड के मूल निवासियों में लोकप्रिय हैं माँगटीका सुहागन स्त्रियां मांग में पहनती हैं.सोने का आभूषण है ये.सौभाग्य का प्रतीक शीशफूल मॉगटीका के साथ ही सिर पर पहना जाता है..विशेषत: चाँदी का बना होता है. बुलाक स्वर्ण आभूषण..नाक में पहना