उत्तराखंडी के प्रमुख पारंपरिक आभूषण Culture by TeamYouthuttarakhand - April 17, 2020April 17, 2020 उत्तराखंड के प्रचलित प्रमुख आभूषण जो अलग पहचान से संस्कृति की झलक बताते है।सोने के ये पारंपरिक आभूषण आज भी उत्तराखंड के मूल निवासियों में लोकप्रिय हैं माँगटीका सुहागन स्त्रियां मांग में पहनती हैं.सोने का आभूषण है ये.सौभाग्य का प्रतीक शीशफूल मॉगटीका के साथ ही सिर पर पहना जाता है..विशेषत: चाँदी का बना होता है. बुलाक स्वर्ण आभूषण..नाक में पहना
उत्तराखंड की सांस्कृतिक विरासत भिटोली और यादें अतीत की Culture by TeamYouthuttarakhand - March 19, 2020March 19, 2020 उत्तराखंड की सांस्कृति भिटौली उत्तराखंड के कुमाऊं मंडल में हर साल चैत्र में मायके पक्ष से भिटौली दी जाती है। इसे चैत्र के पहले दिन फूलदेई से पूरे माहभर तक मनाया जाता है। भिटौली का सामान्य अर्थ है भेंट यानी मुलाकात करना। उत्तराखंड की विषम भौगोलिक परिस्थितियों, पुराने समय में संसाधनों
उत्तराखंड के कुटी गांव का नजारा Culture kumaon by TeamYouthuttarakhand - January 31, 2020January 31, 2020 उत्तराखंड का एक ऐसा अनोखा गांव कहते है की जिंदगी अपने ढंग से जीने का एक अलग ही मज़ा है कुटी गांव उत्तराखंड: धारचूला के व्यास वैली का खूबसूरत गांव कुटी 12'500 फिट की ऊंचाई में स्थित हैं. गांव में आय का मुख्य साधन कृषि हैं.कुटी से ही16 किमी का
देवप्रयाग Culture by TeamYouthuttarakhand - January 14, 2020 देवप्रयाग भारत के उत्तराखण्ड राज्य में स्थित एक नगर एवं प्रसिद्ध तीर्थस्थान है। यह अलकनंदा तथा भागीरथी नदियों के संगम पर स्थित है। इसी संगम स्थल के बाद इस नदी को पहली बार 'गंगा' के नाम से जाना जाता है। यहाँ श्री रघुनाथ जी का मंदिर है, जहाँ हिंदू तीर्थयात्री
उत्तराखंड पहाड़ का लोक उत्सव सातूं-आठूं Cultural Events Culture kumaon by TeamYouthuttarakhand - August 21, 2018August 21, 2018 पहाड़ का लोक उत्सव 'सातूं-आठूं' ********* देव-भूमि कहे जानेवाले उत्तराखंड में ऐसा ही एक पर्व है सातों-आठों या सातूँ-आठूँ। भाद्रपद मास में अमुक्ताभरण सप्तमी को सातूं, और दूर्बाष्टमी को आठूं मनाया जाता है। भाद्रपद मास में सातूं-आठूं कृष्ण पक्ष में
उत्तराखंडी के प्रसिद्ध पारम्परिक लोक वाद्ययंत्र वाद्ययंत्र Culture by TeamYouthuttarakhand - April 3, 2018April 7, 2018 उत्तराखंड राज्य अपनी सांस्कृतिक विरासत के लिए पूरे संसार में प्रसिद्ध है । यहाँ के वाद्य यंत्र हम सभी को थिरकने के लिए मजबूर करते हैं । तो आइए हम भी जाने यहाँ के वाद्य यंत्रों के बारे में ।उत्तराखंड राज्य अपनी सांस्कृतिक विरासत के लिए पूरे संसार में प्रसिद्ध
उत्तराखंड का लोक नृत्य – चाँचरी(झोड़ा) Culture by TeamYouthuttarakhand - March 16, 2018March 18, 2018 यह नृत्य, स्त्री-पुरुषों द्वारा किए जाने वाला एक सामूहिक नृत्य-गीत है।.यह उत्तराखंड के प्रमुख लोक नृत्यों में से एक हैं। कुमाऊं क्षेत्र में इस नृत्य को झोड़ा कहते है उत्तराखंड के कुमाऊँ क्षेत्र की झोड़ा चाँचरी बहुत ही प्रसिद्ध है।किसी भी शुभ कार्य के अवसर पर झोड़ा चाँचरी देखने को
गंगनाथ देवता मंदिर कांडा धपोली (बागेश्वर) Culture Spiritual by TeamYouthuttarakhand - March 13, 2018March 14, 2018 गंगनाथ जी पूरे उत्तराखण्ड में भगवान की तरह पूजे जाते है। और उनके लाखो भक्त भी है। उत्तराखण्ड में गंगनाथ जी की कथा को एक गीत के माध्यम से उनकी पूजा में जगरी के द्वारा गाया जाता है। उत्तराखंड के कुमाऊँनी लोकनृत्य में लोकदेवता पर आधारित श्री गंगानाथ जागर
मातृ शक्ति संस्कृति का दर्पण कार्यक्रम Cultural Events Culture by TeamYouthuttarakhand - March 9, 2018March 9, 2018 जीवन कला संगम समिति मेहरागाव के द्वारा श्रीनंदा देवी महोत्सव समिति के साथ मिलकर अगामी 11 मार्च 2018 को गजराज होटल सभागार गजराज मार्केट मेन बाजार भवाली में मातृ शक्ति संस्कृति का दर्पण कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। जिसमे सामाजिक संस्कृति व अनय क्षेत्रों मे कुशल कार्य कर रही
ऐपण ~ उत्तराखंड की विश्व विख्यात परंपरागत कला Culture by TeamYouthuttarakhand - February 2, 2018February 3, 2018 ऐपण पारम्परिक हस्तकला उत्तराखंड की संस्कृति में रची बसी एक प्रचीन कला है उत्तराखंड की संस्कृति में विभिन्न प्रकार की लोक कलाएं मौजूद है। उन्ही में से एक प्रमुख कला पारम्परिक हस्तकला ऐपण भी है उत्तराखण्ड की पारम्परिक हस्तकला ऐपण का दीवाली पर्व में विशेष महत्व है। ऐपण कलात्मक अभिव्यक्ति का